NAME OF LOVE(COMPLET STORY)
काला लिक्विड टैन सिरेमिक मग में हिल रहा था, हर बार जब टेढ़ी-मेढ़ी टेबल पर मग का तला टकराता। कॉफी की गर्मी कब की उड़ चुकी थी, जिससे मग को पकड़े उंगलियां फिर से ठंडी हो गई थीं, पर वो कांपने की वजह ये नहीं थी। पिछले कुछ दिनों से मैं जो इनफॉर्मेशन जुटा रही थी, उसकी वजह से मेरी नसें चटक रही थीं।
जब से मैं इस फटी हुई बूथ सीट पर बैठी थी, शायद सौवीं बार मैंने लुई वीटॉन डफल बैग, जिसमें सिर्फ जरूरी सामान था, को अपनी साइड और करीब खींचा। नजरें ढाबे के बाकी कस्टमर्स और वेटर्स के पुराने चेहरों पर घूमीं, ये चेक करने के लिए कि कोई मुझे पहचान तो नहीं रहा।
ये मेरा आम हैंगआउट प्लेस नहीं था, और यही बात थी। मेरे तथाकथित दोस्तों और जान-पहचान वालों में से कोई यहाँ नहीं आता, मतलब पहचाने जाने का रिस्क बहुत कम था।
परफेक्ट।
Write a comment ...