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आह्ह... आह्ह... आदित्य... चोदो मुझे... जोर से चोदो... मुझे तुम्हारे लंड से अपनी गांड मरवानी है

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कमरे में हल्की सी रौशनी थी, और माहौल में एक अजीब सी गर्मी थी। आदित्य ने उस स्टूडेंट को जल्दी से वहाँ से जाने को कहा, और फिर फटाफट नीता के पास पहुँच गया। niya टेबल के नीचे बैठी थी, अपने दोनों पैरों को फैलाए हुए, और उसकी गुलाबी चूत साफ दिख रही थी। उसकी वो पिंक, सॉफ्ट स्किन देखकर आदित्य का दिल जोर-जोर से धड़कने लगा।

आदित्य ने झट से अपनी शर्ट और पैंट उतार दी। उसका बड़ा सा लंड बाहर उछलकर आया, जैसे कोई स्प्रिंग खुल गई हो। वो नीता के सामने घुटनों के बल बैठ गया, उसकी आँखें नीता की चूत पर टिकी थीं। niya ने भी टाइम वेस्ट नहीं किया। उसने अपनी तीन उंगलियों को अपनी सॉफ्ट, गुलाबी चूत के अंदर डाल लिया, और दूसरा हाथ अपने बड़े-बड़े स्तनों पर रखा, उन्हें सहलाते हुए।

कमरे में अब सिर्फ उनकी साँसों की आवाज और हल्की-हल्की सिसकियाँ गूंज रही थीं। niya अपनी उंगलियों को तेजी से अंदर-बाहर कर रही थी, और बीच-बीच में मादक आवाज में आदित्य का नाम ले रही थी। "आह्ह... आह्ह... आदित्य... चोदो मुझे... जोर से चोदो... मुझे तुम्हारे लंड से अपनी गांड मरवानी है..." उसकी आवाज में एक अजीब सी मस्ती थी, जो आदित्य को और पागल कर रही थी।

आदित्य भी अब बेकाबू हो चुका था। उसने अपने बड़े से लंड को अपने हाथों में लिया और उसे जोर-जोर से सहलाने लगा। नीता की बातें सुनकर उसका हाथ और तेज चल रहा था। वो भी नीता की आवाज में खो सा गया था। "आह्ह... बेबी... Niya... मैं तुम्हें चाहता हूँ... आह्ह... तुम्हारी पिंक चूत... आह्ह..." उसकी सिसकियाँ और नीता की सिसकियाँ मिलकर कमरे में एक अजीब सा म्यूजिक बना रही थीं।

Niya अब और जोश में थी। उसकी उंगलियाँ तेजी से चल रही थीं, और वो अपने स्तनों को जोर-जोर से दबा रही थी। उसकी आँखें आधी बंद थीं, और चेहरा लाल हो रहा था। "आदित्य... आह्ह... और जोर से... मुझे चोदो... मैं तुम्हारी हूँ..." वो बार-बार यही बोल रही थी, जैसे उसका दिमाग सिर्फ उसी ख्याल में डूबा हो।

आदित्य का लंड अब पूरी तरह से तन चुका था। वो नीता को देख रहा था, उसकी हर हरकत, उसकी हर सिसकी, उसे और उत्तेजित कर रही थी। वो अपने लंड को और तेजी से रगड़ रहा था, और उसकी साँसें भी तेज हो रही थीं। "niya... बेबी... तुम्हारी चूत... आह्ह... मैं तुम्हें अभी चाहता हूँ..." उसकी आवाज में वासना और बेचैनी साफ झलक रही थी।

कमरे का माहौल अब पूरी तरह से गर्म हो चुका था। दोनों की सिसकियाँ, उनकी साँसें, और उनकी मादक आवाजें मिलकर एक ऐसा सीन बना रही थीं, जो किसी को भी दीवाना कर दे। नीता अपनी उंगलियों से खुद को और तेजी से चोद रही थी, और आदित्य अपने लंड को रगड़ते हुए उसकी हर बात पर और उत्तेजित हो रहा था। दोनों एक-दूसरे को देख रहे थे, और उनकी आँखों में सिर्फ वासना और चाहत थी।

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Emily Bruzo

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